Lok Swaraj24
February 22, 2024
परोक्ष कार्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम | वर्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुम्भं पयोमुखम || आचार्य चाणक्य का कथन है कि पीठ...