Lok Swaraj24
February 14, 2024
पुनश्च विविधै: शीलैनिर्योज्य सततं बुधै: | नीतिज्ञा शीलसम्प सम्पन्ना: भवन्ति कुलपूजिता: || आचार्य चाणक्य यहां पुत्र के...