मुंबई: महाराष्ट्र में लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर I.N.D.I.A. अलायंस और महा विकास आघाडी के दो प्रमुख दलों शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच महाभारत शुरू हो गई है। दोनों ही पार्टियों के ‘संजय’ आपस में उलझ गए हैं। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कांग्रेस के संजय निरुपम को गली का नेता कह दिया है। राउत की इस बात का निरुपम ने भी करारा जवाब दिया है।
शिवसेना यूबीटी के नेता सांसद संजय राउत ने टिप्पणी करते हुए कहा कि संजय निरुपम कौन है? अगर गली के नेता राष्ट्रीय स्तर की चर्चा करेंगे, तो उनकी कौन सुनेगा? हमारी चर्चा दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से हो रही है, इसलिए हम महाराष्ट्र के नेताओं में कौन क्या कहता है, इस पर ध्यान नहीं देते। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं जीती थी, इसलिए कांग्रेस को शून्य से शुरूआत करनी होगी।
‘ठाकरे गुट अपने दम पर एक सीट भी नहीं जीत सकता’
इधर, निरुपम ने पलटवार करते हुए कहा कि ठाकरे गुट अपने दम पर एक सीट भी नहीं जीत सकता। उनके पास उम्मीदवार ही नहीं हैं। पिछली बार उनके जो 18 सांसद जीते थे, उनमें से चार-पांच सांसद ही उनके साथ हैं। वे भी साथ रहेंगे या नहीं, इसकी भी गारंटी नहीं है। हम महाराष्ट्र में कितनी सीटों पर लड़ेंगे यह यह मैं नहीं कह सकता, लेकिन मुंबई में हमें तीन सीट चाहिए। यह तीन सीटें कौनसी होंगी यह हम बाद में कर लेंगे।
संजय राउत को खरी-खरी सुनाई
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर संजय राउत को खरी-खरी सुनाई है। देवड़ा ने लिखा- ‘संजय राउत के अनुसार कांग्रेस को शून्य से शुरुआत करते हुए बातचीत करनी चाहिए। वह उस पार्टी के बारे में बात कर रहे हैं, जो महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और विपक्ष का नेतृत्व कर रही है। मैं राउत को बताना चाहता हूं कि कोई भी गठबंधन महाराष्ट्र के स्थानीय नेतृत्व से परामर्श के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है।