भारतीय रिजर्व बैंक प्रमुख ब्याज दरों को बरकरार रखने की संभावनाओं के बीच आज अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास मौद्रिक नीति समिति की तीन दिनों की बैठक में लिए गए निर्णयों की घोषणा करेंगे। एक साल तक रिजर्व बैंक ने छोटी अवधि की ऋण दरों या रेपो दर को 6 दशमलव 5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। फरवरी 2023 में ब्याज दर बढ़ाकर सवा छह प्रतिशत से बढ़ाकर साढ़े छह प्रतिशत की गई थी।
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि रिजर्व बैंक लगातार छठी बार रेपो दर में परिवर्तन नहीं करेगा। सरकार ने रिजर्व बैंक को जिम्मेदारी दी है कि वह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति को चर प्रतिशत की दर पर सुनिश्चित करे।
मौद्रिक नीति समिति में भारतीय रिजर्व बैंक के तीन अधिकारी और तीन बाहरी सदस्य हैं। बाहरी सदस्यों में शशांक भिड़े, आशिमा गोयल और जयंत आर वर्मा शामिल हैं। गवर्नर शक्तिकांत के अलावा समिति में रिजर्व बैंक के अधिकारियों में कार्यकारी निदेशक राजीव रंजन और डिप्टी गर्वनर माइकिल देबब्रत पात्रा शामिल हैं।