टाटा ग्रुप को लेकर इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. तमिलनाडु के होसूर (Hosur) में टाटा की एक फैक्टरी है, जिसमें iPhone के केस बनाए जाते हैं. खबर है कि टाटा ग्रुप कथित तौर पर इस फैक्टरी का दोगुना विस्तार करने के बारे में विचार कर रहा है. इस फैक्टरी को बनाने के लिए 5000 करोड़ रुपयों का निवेश किया गया था.
25000 से 28000 पहुंच जायेगी कर्मचारियों की संख्या
तमिलनाडु के होसूर में मौजूद टाटा ग्रुप की यह फैक्टरी 500 एकड़ में फैली हुई है और इस फैक्ट्री में 15000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. माना जा रहा है कि अगर Apple iPhone की केसिंग बनाने वाली इस फैक्ट्री के विस्तार का टाटा ग्रुप (Tata Group) का प्लान सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है तो इस फैक्ट्री में काम करने वाली कर्मचारियों की संख्या 25000 से 28000 तक पहुंच सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) कॉन्ट्रैक्ट पर उच्च-क्वालिटी वाले इलेक्ट्रॉनिक आइटम और एक्सेसरी के निर्माण की अपनी क्षमता में वृद्धि करना चाहती है. आपको बता दें कि हाल ही में कंपनी ने विस्ट्रोन के iPhone बनाने वाले प्लांट का अधिग्रहण किया था.
Tata Electronics ने दी थी जानकारी
एक सरकारी अधिकारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पहले से मौजूद प्लांट के अलावा जो नई फैक्ट्री बनाई जायेगी वह पूरी तरह से Apple के iPhone पुर्जों को ध्यान में रखकर बनाई जायेगी. लेकिन साथ ही मामले से जुड़े अधिकारी ने यह भी बताया है कि इस प्लांट का इस्तेमाल अन्य कंपनियों के उच्च स्तरीय स्मार्टफोन बनाने के लिए भी किया जा सकता है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक (Tata Electronics) ने इस साल मई में होसूर में मौजूद अपनी फैक्ट्री के आस-पास जमीन का अधिग्रहण भी किया था. तब इंडस्ट्री से जुड़े कुछ सूत्रों ने यह जानकारी भी दी थी कि होसूर में स्मार्टफोन बनाने वाले प्रमुख प्लांट की शुरुआत की जा सकती है.
iPhone की बिक्री में हुई वृद्धि
जानी मानी स्मार्टफोन कंपनी Apple ने चीन के अलावा दुनिया के अन्य देशों में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जगह तलाशने की शुरुआत की थी और तब कंपनी द्वारा वेंडर के रूप में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) का चयन किया था. इसके बाद कंपनी ने iPhone के निर्माण के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को कॉन्ट्रैक्ट देना भी शुरू कर दिया था. आपको बता दें कि पिछले क्वार्टर के दौरान भारत में Apple की बिक्री में बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी.