लखनऊ, 24 दिसम्बर। एक सप्ताह से बढ़ी ठंड और कोहरे ने जहां लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। वहीं किसानों के लिए फायदेमंद है। इससे रबी की फसलों में चमक आ गयी है। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो खेती के लिए इस तरह के ठंड का इंतजार दिसम्बर के पहले सप्ताह से ही शुरू हो जाता है, लेकिन इस वर्ष ठंड कुछ बाद में आया। इससे हरी मटर की अगेती फसल पर असर पड़ा है। वर्तमान में जो ठंड पड़ रहा है, उससे रबी की फसलों को फायदा पहुंचेगा।
इस संबंध में उद्यान विभाग के उपनिदेशक अनीस श्रीवास्तव का कहना है कि रबी की फसल विशेषकर सब्जियों के लिए कड़ाके की ठंड की बहुत जरूरत होती है। शुरू में ठंड न होने से मटर, टमाटर, हरी मिर्च सहित तमाम फसलों पर इसका असर दिखने लगा था। यदि ठंड और कुछ दिन नहीं पड़ता तो परेशानी बढ़ जाती। वहीं कोहरा भी फायदेमंद होते हैं। बशर्ते यदि दिनभर कोहरा रहे तो परेशानी बढ़ जाती है। पूरे दिन में एक-दो घंटे के लिए धूप होना चाहिए।
सब्जी अनुसंधान केन्द्र के विशेषज्ञ डा. राजेश राय ने बताया कि दिसम्बर के पहले सप्ताह में फरवरी के अंतिम सप्ताह की तरह मौसम होने लगा था। इससे हरी मिर्च व अन्य सब्जियां रोगग्रस्त हो गयी थीं। अब ठंड पड़ने से पुन: सब्जियां सही हो गयी हैं। इससे उत्पादन बढ़ जाएगा। उन्होंने बताया कि इस समय यदि हल्की बारिश हो जाय तो फसलों के लिए और अच्छा रहेगा।
कृषि वैज्ञानिक डा. मुनीष का कहना है कि प्रकृति जब अपने मौसम के अनुसार अनुकुल रहती है तभी फसलों में भी रौनक आती है। पहले ठंड कम होने से रबी की फसलों पर प्रतिकुल असर पड़ रहा था लेकिन अब मौसम ठीक हो रहा है। फसलों में भी रौनक आ गयी है। किसानों को इस समय खेत की नमी पर विशेष ध्यान देना चाहिए।