नई दिल्ली, 31 जनवरी । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग के दूसरी नोटिस का जवाब दिया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहते है कि आज आम आदमी पार्टी और दिल्ली के ढाई करोड़ लोगों का संघर्ष सफल हुआ और सकारात्मक नतीजा मिल गया। 26-27 जनवरी तक हरियाणा की सरकार दिल्ली में जो पानी भेज रही थी, आज वह 7.2 पीपीएम अमोनिया से 2.1 पीपीएम पर आ गया है। 2.1 अमोनिया के साथ हमारे अधिकतर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट ठीक चल सकते हैं और लोगों को ठीक-ठाक पानी मिल सकता है। हम सब के संघर्ष की वजह से पानी में अमोनिया का स्तर नीचे आया।
आगे केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने मुझे एक नोटिस भेजा था। उन्होंने उसका जवाब दे दिया। फिर चुनाव आयोग ने उन्हें दूसरा नोटिस भेजा। चुनाव आयोग के दूसरे नोटिस में जो भाषा लिखी है, उससे ऐसा लगता है कि वह पहले से ही तय कर चुके हैं कि क्या सजा सुनानी है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा बहुत संगीन है। मोटे तौर पर दिल्ली और देश के लोगों को बताना चाहता हूं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है? लगभग दिसंबर के महीने से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने यह देखा कि दिल्ली में यमुना के जरिए जो पानी आ रहा है, उसमें अमोनिया बढ़ने लगा है।
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार पानी के ऊपर राजनीति नहीं करना चाहती। इसलिए दिसंबर से जनवरी तक दिल्ली सरकार और यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने बहुत कोशिश की कि बातचीत के जरिए समाधान निकले। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को फोन किया और बताया कि दिल्ली में आ रहे यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा बहुत अधिक है। इसलिए या तो आप पानी में अमोनिया की मात्रा कम कीजिए या ज्यादा पानी दे दीजिए। जिससे अमोनिया को डायल्यूट कर सकें।
चुनाव आयुक्त पर आरोप लगाते हुए केजरीवाल
ने कहा कि आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुख्य चुनाव आयुक्त को इस बारे में बताते हुए चिट्ठी लिखी और निवेदन किया कि वह हरियाणा सरकार को कहें कि वह दिल्ली में अधिक अमोनिया वाला पानी न छोड़ें। चुनाव आयोग ने इसका कोई संज्ञान नहीं लिया। ये लोग उनसे मिलकर आए। चुनाव आयोग ने उसको लेकर हरियाणा मुख्यमंत्री को कोई ऑर्डर पास नहीं किया कि वो पानी ठीक छोड़े। मुख्य चुनाव आयुक्त ने उल्टा उन्हें नोटिस दे दिया कि आवाज उठाने के लिए क्यों न कार्रवाई की जाए।
आगे केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को अपना जवाब देते हुए कहा है कि उन्हें 30 जनवरी को उनका पत्र प्राप्त हुआ है।उन्होंने कहा कि वह दोबारा बताना चाहते हैं कि उनकी कही गई बात हरियाणा से दिल्ली को दिए जा रहे कच्चे पानी में अमोनिया के असाधारण और खतरनाक स्तर के संदर्भ में थी। उनकी बात का कोई और मतलब निकालना गलत होगा।
उस बयान तक पहुंचने वाली घटनाओं की क्रमबद्ध जानकारी भी इस बात को साफ करती है।
अंत में उन्होंने कहा उनकी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों की सेहत और सुरक्षा है। वह लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ेंगे।