वर्तमान समय में हम जितने भी सड़क पर दौड़ते हुए गाड़ी देखते हैं, उन सभी गाड़ीयों के अविष्कार के पीछे किसी बड़े विद्वान रहे हैं।
आज कल भाग-दौड़ भरा जीवन हो गया है और किसी व्यक्ति को कहीं भी जाना हो तो वो गाड़ी के इस्तेमाल करते हैं और अधिकतर गाड़ियों में पेट्रोल का ही उपयोग किया जाता है।
पेट्रोल का आविष्कार किसने किया था
1859 ई• में कर्नल एडविन ड्रेक ने टाइटसविले, पेनसिल्वेनिया में पहला सफल तेल गिराया, तो बहुत लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पेट्रोलियम कैसे दुनिया को बदल कर रख देगा। लेकिन ड्रेक और उनके बैकर्स केरोसिन के स्रोत की तलाश कर रहे थे, जिसका उपयोग प्रकाश ईंधन के लिए किया जाना था।
सर्वप्रथम अमेरिका के वैज्ञानिक जॉर्ज ब्रेटन ने 1872 में वाणिज्यिक तरल-ईंधन तथा आंतरिक दहन इंजन का आविष्कार किया।
1876 में, गॉटलीब डेमलर और विल्हेम मेबैक के साथ काम करने वाले निकोलस ओट्टो ने कम्प्रेस्ड चार्ज, फोर-स्ट्रोक साइकिल इंजन का पेटेंट कराया।
1879 में, कार्ल बेंज ने एक विश्वसनीय दो स्ट्रोक गैस इंजन का पेटेंट कराया। पहला तेल 600 ईसा पूर्व में चीनियों द्वारा खोजा गया था। और बांस से बनी पाइपलाइनों में ले जाया जाता था।
हालांकि, कर्नल ड्रेक ने 1859 में पेंसिल्वेनिया में तेल की खोज की और 1901 में टेक्सास में स्पिंडलेटटॉप खोज ने नई तेल अर्थव्यवस्था के लिए मंच तैयार किया।
भारत में सर्वप्रथम पेट्रोलियम की खोज कहां हुई थी?
भारत में 19 वीं सदी में असम राज्य के तिनसुकिया जिले के डिगबोई नगर से सर्वप्रथम पेट्रोलियम की खोज कि गई। पेट्रोलियम आधुनिक सभ्यता के विकास में पेट्रोलियम, या खनिज तेल, का महत्वपूर्ण स्थान है।
पेट्रोल इंजन का आविष्कार किसने किया?
पेट्रोल इंजन का आविष्कार निकोलस ऑटो नामक वैज्ञानिक ने किया था। पेट्रोल के आविष्कार का पूरा श्रेय इनको ही दिया जाता है। इनका जन्म Holzhausen An Der Haide नामक स्थान पर 10 जून 1832 में हुआ था, और इनकी मृत्यु 26 जनवरी 1891 को Cologne जर्मनी में हुआ था।